इस 15 अगस्त 🇮🇳 आओ मिलकर कुछ नया करें शुरुआत अकेले से हि होता है
इस 15 अगस्त आओ मिलकर कुछ नया करें
दोस्तों आप सभी हर वर्ष बहुत हि हर्ष उल्लास के साथ 15 अगस्त को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप मे मनाते है। विद्यालयों मे अनेक प्रकार से कार्यक्रम के रूप मे जैसे देशभक्ति गीत, नारे और भाषण आदि आयोजित करते है। पूरे देश मे सभी जगह शहरो, गांवो, मोहल्ले और प्रत्येक चौराहो पर ध्वाजारोपन का कार्यक्रम होता है। इस दिन सभी भारतवसी हॉर्स उल्लास और जोश से भरे होते है।
आओ मिलकर इस 15 अगस्त को कुछ नया करें
हम इस दिन उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते है उन्हें नमन करते है। क्यों न हम उनके याद मे वृक्षा रोपण करें। और उस वृक्ष का नाम भी स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखे। और बड़ा होने तक उन्हें पानी देते रहे। जिससे बच्चो को अच्छी सिख मिले। वे हमारे स्वतन्त्रता सेनानियों के बारे मे जाने समझे तथा सिख ले। यह छोटी सी शुरुआत आप से हि प्रारम्भ करें। और दूसरों को भी बताए आप सोचेंगे दूसरे लोग नहीं कर रहे है तो मैं क्यों करुँ। ऐसे हि दूसरे लोग भी सोचते है। ऐसे ही एक छोटी सी कहानी है आप इसे जरूर पड़े।
शुरुआत अकेले से हि होता है
एक छोटे से शहर मे काफी हल चल थी। सभी अपने अपने काम मे अस्त व्यस्त थे। ईधर सड़को पर गाडियां दौड़ रही थी। एक नन्हा सा बच्चा स्कूल बैग पकड़कर अपने स्कूल के लिए निकले थे। अचानक मौसम खराब होने कि वजह से सड़क कि किनारे वाला पेड़ सड़क के बीचो बीच गिर गया। सभी वहां रुक गई। वंहा काफी गाड़ियों की जाम होने लगी। सभी वंही थे लेकिन कोई भी उस पेड़ को हटाने के लिए आगे नहीं आ रहा था। वह नन्हा सा बालक उस बिच फस गया। उसे स्कूल जाने के लिए देर हो रहा था। उन्होंने अपना बैग वहीं रखा और पेड़ को हटाने के लिए अकेले हि अपने हाथो से धक्का मारने लगा। वह नहीं सोचा कि मैं इसे अकेले कोसे हटा पाऊँगा। उसे तो स्कूल जाने के लिए देर हो रहा था। उस बच्चे को देख सभी लोग धिरे धिरे पेड़ को हटाने के लिए मदद करने के लिए आगे आया। उस भीड़ ने पेड़ को हटा दिया। नन्हा सा लड़का अपना स्कूल बैग उठाया और अपनी धून मे स्कूल चला गया। दोस्तों हमें भी इस बच्चे से सिख लेनी चाहिए। आपकी क्या राय है हमें कमेंट जरूर करें।
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