बुजुर्ग दादा जी के अनमोल विचार ( Motivation story hindi ) best inspiring story in hindi.
बुजुर्ग दादा जी के अनमोल विचार ( Motivation story hindi )
लड़का :- आपके अकेले करने से पूरी दुनिया नहीं बदल जाएगी।
दादाजी :- बेटा भले हि पूरी दुनिया ना बदले लेकिन इस एक कि तो पूरी दुनिया हि बदल जाएगी ना।
बात उन दिनों की है जब घनश्याम अपने गांव के तलाब किनारे दौड़ने के लिए जाया करता था। वे जब भी जाता एक बात जरूर नोटिस करता था। वहां एक बुजुर्ग दादाजी छोटी-छोटी कछुओ की पीठ को साफ किया करते थे। वे रोज़ इस कार्य को करते थे। लड़के के मन में जानने की इच्छा हुई। क्यों दादा जी ऐसा करते हैं? एक दिन वह लड़का दादा जी के पास गया। दादा जी का अभिवादन किया। नमस्ते दादा जी।
दादा जी :- खुश रहो बेटा। क्या बात है बेटा? आज बहुत ही खुश नजर आ रहे हो।
लड़का :- कुछ नहीं दादाजी। दादाजी मैं आपको हर रोज़ इन कछुओ की पीठ को साफ करते हुए देखता हूं। ऐसा आप क्यों करते हैं?
दादाजी कहते हैं बेटा ऐसा करके मुझे अंदर से सुख और शांति का अनुभव होता है। क्योंकि इन कछुओ की पीठ पर कचरा जम जाता है जिनकी वजह से इन कछुओ में गर्मी पैदा करने की शक्ति तीक्ष्ण हो जाती हैं। यदि कचरा वैसा ही रहा तो उन्हें तैरने में भी परेशानी होगी। कई सारे कछुए तो इन्हीं सब परेशानियों से असमय मर जाते हैं।
लड़का यह सब सुनकर बड़ा हैरान हो जाता है। उसने फिर से दादा जी से सवाल किया। दादा जी मैं मानता हूं कि आप बहुत ही बढ़िया काम कर रहे हैं। लेकिन ऐसा बहुत से कछुए भी हैं जो इन कछुओं से भी बुरी हालत में है। उनका क्या? आपके अकेले करने से ये दुनिया तो नहीं बदल जाएंगी। दादा जी उस लड़के को बड़ी प्यार से समझाते हैं। देखो बेटा मैं मानता हूं कि मेरा ऐसा करने से इस पूरे संसार में कोई बदलाव नहीं आएगा लेकिन इस एक कछुए की पूरी जीवन तो बदल जाएगी ना। और बदलाव की शुरुआत छोटी-छोटी अच्छी आदतों से ही होती है। यदि समाज भी इस बात को समझे और छोटी-छोटी अच्छी आदतों की शुरुआत करें। एक दिन ऐसा भी आएगा कि हमारा समाज, गांव और आसपास का परिवेश बदल जाएगा। आओ हम भी करें अपने जीवन में अच्छी-अच्छी छोटी आदतों का शुरुआत।
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