How to control your anger (गुस्सा को कंट्रोल कैसे करें ) short motivation story hindi

 How to control your anger (गुस्सा को कंट्रोल कैसे करें ) short motivation story hindi.

अपने गुस्से को कण्ट्रोल कैसे करें

     एक छोटी सी लड़की थी। उसको गुस्सा बहुत ज्यादा आती थी। वह लड़की अपने माता-पिता पर बहुत ज्यादा गुस्सा करती थी। कभी-कभी तो सामान उठाकर पटक देती थी। उनकी मां भी बहुत परेशान हो गई थी। माँ ने ट्यूशन टीचर से इस बारे में बात की, क्योंकि लड़की सिर्फ ट्यूशन टीचर की ही बात सुनती थी। टीचर ने माँ को सांत्वना दी। "आप बिल्कुल भी चिंता ना करें आपकी बेटी कुछ ही दिनों में शांत हो जाएगी।" मां के पास और भी कोई उपाय नहीं थी। इसलिए वह वंहा से चली गई।

अब खेल यहां से शुरू होते हैं 

     सभी बच्चे ट्यूशन पढ़ने के लिए टीचर की घर में इकट्ठे हो जाते हैं। टीचर सभी बच्चों से कहती हैं। बच्चों आज हम लोग पढ़ाई नहीं करेंगे आज से हम एक खेल शुरू करने जा रहे हैं। ट्यूशन टीचर उस लड़की के पास जाकर कहती है। बेटा जब भी तुम्हें गुस्सा आए तुम दीवार पर एक कील ठोक देना। जो भी इस खेल को पूरा करेगा उसे अंत में इनाम मिलेगा। लड़की खुश हो गई। अब जब भी वे गुस्सा होती दीवार पर एक कील ठोक देती थी। पहले दिन उन्होंने 10 की ठोक डाली क्योंकि उसे गुस्सा बहुत ज्यादा आती थी। इसी तरह वे कुछ दिनों तक कील ठोकती ही रही।  अब लड़की को लगा इतनी बार कील को ठोकने के लिए बार-बार मैं वहां जाती हूं। इतने समय में तो मैं अपने गुस्से को कंट्रोल कर सकती हूं। उस लड़की मे धीरे-धीरे बदलाव शुरू हुआ। उसने अगले दिन 5 कील ठोकी फिर 4  कील फिर 3 कील फिर दो किल फिर एक कील एक दिन ऐसा भी आया, कि उन्होंने किल ठोकी ही नहीं, क्योंकि वह पूरे दिन अपने गुस्से को कंट्रोल कर ली थी।

     अब लड़की दौड़ते हुए अपने टीचर के पास जाती हैं और उन्हें बताती हैं, कि उन्होंने आज एक भी कील नहीं ठोंकी हैं। उन्हें गुस्सा भी बिल्कुल नहीं आई है। टीचर उसे सबासी देती हैं और उसे इनाम भी देती है। और कहती हैं।  बेटा खेल अभी खत्म नहीं हुई है। अब तुम्हें जब भी गुस्सा ना आए तुम एक कील इन दीवारों से हटा देना। लड़की ने ऐसा ही किया। क्योंकि कील बहुत ज्यादा थी इसलिए उन्हें महीने भर से भी ज्यादा दिन लग गए कील को हटाने में। फिर से लड़की ने टीचर को अपने पास बुलाई और बोली देखो मैम मैंने सारा कील निकाल दिया है। टीचर बहुत प्रसन्न होती हैं।

टीचर :- तुम्हें इस दीवार पर कुछ दिखाई दे रही है? उस लड़की से प्रश्न पूछती है।

लड़की :- नहीं मैम

टीचर :- ध्यान से देखो। क्या दिखाई दे रही है?

लड़की :- मैंने जो कील ठोकी थी उसका  निशान दिखाई दे रही है।

     तब फीचर लड़की को समझाती है। देखो बेटा तुम जब भी किसी पर गुस्सा करती हो, तो उसके दिल पर चोट लगती है, तुम लाख बार माफी मांग लो उसके दिल में लगे चोट तो मीठा नहीं सकती। अब लड़की को समझ में आ गई थी। वे भागते हुए अपनी मां के पास गई और उनसे लिपट गई। और रूआसी आवाज में कहती हैं। 'मां' अब मैं कभी भी गुस्सा नहीं करूंगी। 

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