दोस्तों आज कि हमारी कहानी है एक नन्हे से बच्चे की। वह अपने पिता जी के सांथ पहाड़ कि चढ़ाई करते है। पहाड़ पर शब्दोंं के गुंजन से वे बहुत घबरा जाते है। इस कहानी को अंत तक जरूर पड़ना।
Best motivation story hindi तुम जो भी बोलोगे वह शब्द तुम्हारे ही पास लौट आयेगी।
एक व्यक्ति था। उस व्यक्ति के घर के पास एक पहाड़ था। वह रोज सुबह उस पहाड़ पर जाता और कुछ देर बैठने के बाद घर वापस आ जाता था। उसका एक छोटा सा बच्चा था। एक दिन वह भी जिद करने लगा पापा मैं भी आपके साथ जाऊंगा। वह व्यक्ति अपने बेटे को समझाने लगा, बेटा तुम वहां नहीं जा सकते हो, रास्ता बहुत जटिल है। उसका बेटा नहीं माना जीदकर के पिताजी के साथ चला गया। पिताजी सभी रास्ते को अच्छी तरह से जानते थे। कहीं पर रास्ता संकरी थी तो कहीं पर पत्थर। पिताजी आसानी से रास्ते को पार कर लिया क्योंकि वे प्रतिदिन इसी रास्ते से आते थे। उसका बेटा का ध्यान कहीं और था, जिसकी वजह से वह एक पत्थर से टकरा गया। घुटने में हल्की चोट लगने की वजह से उसके मुंह से जोर से आवाज आई 'आह'। वह आवाज पूरे पहाड़ पर गूंजा और वापस उसको सुनाई दिया। लड़का घबरा गया। कोई तो है जो मेरा मजाक उड़ा रहा है।
लड़के ने फिर जोर से आवाज लगाई। कौन हो तुम? फिर से आवाज गुंजकर वापस आ गया। लड़का बहुत ही गुस्से में था। मैं तुम्हें छोडूंगा नहीं। वह लड़का अपने पिताजी का हाथ जोर से पकड़ लिया। पिताजी यह कौन है जो मेरा मजाक उड़ा रहा है। पिताजी समझ गया था, कि इसके मन में क्या चल रहा है। पिताजी जोर से कहते हैं। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं। लड़का आश्चर्यचकित हो गया। यह क्या हो रहा है? वे कहते हैं कि वह हमसे प्यार करते हैं। पिताजी फिर जोर से चलाते हैं। तुम बहुत अच्छे हो। आवाज गुंजकर फिर वापस आ गया। अब लड़के के चेहरे पर स्माइल था। वह दोनों आगे बड़े अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद छोटा लड़का अपने दोनों हांथो को फैलाया और जोर से चिल्लाया। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं।
दोस्तों हम जो भी कहते हैं वह सब जो लौट कर हमारे पास भी आते हैं यदि बुरा बोलेंगे तो बुरा ही होगा यदि हम अच्छे शब्दों का प्रयोग करें तो सब कुछ अच्छा ही होगा। यह कहानी आपको कैसी लगी हमें कमेंट करना ना भूले।
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