Best moral stories in hindi लालची राजा
Best moral stories in hindi लालची राजा
एक राज्य में एक राजा रहता था। वह राजा अत्यधिक ही लालची प्रवृत्ति का था। उनका लालच इतना बढ़ गया था कि वह अपनी प्रजा से अत्यधिक कर वसूल करने लगे। वह सोना, चांदी, हीरा और जवाहरात को अत्यधिक पसंद करते थे। लेकिन इन सबसे ज्यादा अपनी पुत्री से प्रेम करते थे।
एक बार राजा जंगल में शिकार करने के लिए निकला था। एक लड़की की रोने की आवाज आई। राजा तुरंत ही उसके पास गया और देखा कि एक लड़की जाल में फंसी हुई थी। राजा ने उसकी मदद की। जाल को छुड़ाने मे कामयाब हो गया। वह लड़की एक परी थी। वे राजा को धन्यवाद बोली और वहां से जाने लगी। लेकिन राजा तो लालची प्रवृत्ति का था। वे परी को जाने से रोका और बोला :- मैंने तुम्हारी जान बचाया है। तुम मेरा एक इक्छा पूरी करो, तभी तुम यहां से जा सकती हो। परी राजा की अभारी थी, अतः उसका इच्छा पूरा करना चाहती थी।
बोली :- क्या इच्छा है तुम्हारा?
राजा बोला :- मैं जिस भी चीज को हाथ लगा लू, वह सोने में परिवर्तित हो जाए। परी तुमहारा इच्छा पूरी हो कहकर वहां से चली गई।
अब राजा जिस भी चीज को छूता, सोने का हो जाता था। उन्होंने कंकड़ पत्थर को छुकर सोने का बना दिया। वे रास्ते में आने वाली कंकड़ पत्थर को सोने का बनाता गया।
राजा जब अपने महल मे पहुंचता है उसकी पुत्री अपने पिताजी से गले मिलने के लिए दौड़ी चली आती है। लेकिन जैसे ही उसका देह अपने पिता के हाथों से स्पर्श होती हैं वह भी सोने की स्त्री में परिवर्तित हो जाती हैं।
राजा खूब रोने लगते हैं। उसे अपने ऊपर शर्म आने लगता है, कि उसने यह क्या कर दिया? अपने लालच के कारण ही उनकी पुत्री उसका कस्ट भुगतना पड़ रही है। राजा अपने जीवन का शेष दिन उस परी को खोजने में ही बिता दिया। दोस्तों इस प्रकार लालच करने वालों का दुष्परिणाम बहुत ही घातक होता है।
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