New kahaniyan, famous moral story in hindi. Famous friendship story in hindi, majedar kahaniyan, भालू और दो दोस्तो की कहानी। बच्चों के लिए कहानियाँ।
New kahaniyan, famous moral story in hindi. Famous friendship story in hindi, majedar kahaniyan.
भालू और दो दोस्त :-
दोस्तों भालू और दो दोस्तों की कहानी अत्यधिक लोकप्रिय हैं, आप इस कहानी को अपने स्कूल में कई बार सुने होंगे भी। इस कहानी को लिखते हुए मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है। सच में जीवन में ऐसी बहुत सी कठिनाइयों का समय आता है, उस समय कई लोगों के दिमाग काम करना बंद कर देता है, लेकिन कई ऐसे भी होती हैं जो उसे चुटकियों में सुलझा देता है। यह कहानी भी उसी पर आधारित है।
Your queries:- New kahaniyan, famous moral story in hindi. Famous friendship story in hindi, majedar kahaniyan, भालू और दो दोस्तो की कहानी। बच्चों के लिए कहानियाँ।
कहानियां वैसे तो काल्पनिक होते हैं। लेकिन उनके अंदर कई उलझनों, कई समस्याओं का हल छुपा रहता है। यह कहानी आप अंत तक अवश्य पढ़ें और हमें यह भी बताते हुए जाए कि यह कहानी आपको किस उम्र में सुनने को मिला था। इसके लिए कहानी अन्त तक अवश्य पढ़ें।
भालू और दो दोस्त
किसी गांव में रामू और घनश्याम दो पक्के मित्र थे। गांव वाले भी इनकी दोस्ती की खूब तारीफ किया करते थे। मानो इन दोनों की दोस्ती के जैसा पूरे गांव में दूसरा कोई मौजूद ना हो।
रामू दिखने में तो दुबला पतला और फुर्तीला था। लेकिन घनश्याम हट्टा कट्टा और मोटू था। उन दोनों की गांव में खूब चर्चा हुआ करते थे। गांव में कुछ भी कार्य हो रहे हो वह दोनों पहले ही पहुंच जाते थे।
एक समय की बात है उस गांव में बहुत बड़ा कार्यक्रम होने वाला था। उसकी साज-सज्जा की सामान लाने के लिए शहर जाना था। लेकिन जाएगा तो जाएगा कौन? यह सभी सोच रहे थे। तभी रामू और घनश्याम साज-सज्जा की समान को लाने के लिए तैयार हो गया।
उनके गांव से शहर जाने वाले रास्ते के बीच में एक जंगल पड़ता था। जब रामु और घनश्याम उस जंगल को पार कर रहे थे अचानक सामने एक भालू की नजर उस पर पड़ गया। वे दोनों स्कूल में पढ़े थे, कि यदि कोई भालू जैसा जानवर सामने हो, तो पेड़ पर चढ़ जाना चाहिए।
इस बात को याद कर रामू फटाक से पास के ही पेड़ पर चढ़ गया। लेकिन घनश्याम मोटे होने के कारण पेड़ पर चढ़ने में असफल रहा। उन्होंने रामू से भी पेड़ पर चढ़ने में मदद मांगा, लेकिन रामू भी उसका मदद करने से साफ इंकार कर दिया। बोलने लगा :- भालू पास में है यदि मैं तुम्हारा मदद करने की कोशिश करूंगा, तो वह हम दोनों को ही अपना शिकार बना लेंगे। तुम अपना कोई दूसरा उपाय ढूंढ लो।
भालू घनश्याम की काफी नजदीक था। घनश्याम तुरंत ही जमीन पर गिरकर, नाटक करते हुए अपना स्वास कुछ समय के लिए रोक लिया। जब भालू घनश्याम की नजदीक आया। तो घनश्याम एकदम मृत व्यक्ति की स्थिति में आ गया। भालू उसे सूंघ कर वहां से चला गया।
जब भालू वहां से चला गया, तब रामू पेड़ से उतरता हैं और अपने दोस्त घनश्याम से कहता हैं :- दोस्त वह भालू आपके कानों में क्या फुसफुस आ रहे थे?
घनश्याम कहता हैं :- "भालू" भालू मेरे कानों में यह कह रहा था, कि किसी भी दोस्त पर इतना भी ज्यादा भरोसा मत किया कर। यह कह कर वहां से चला गया।
यह कहानी बस यहीं तक आप बताइए, आपको कैसा लगा। आप यह कहानी अपने दोस्तों में भी शेयर कर सकते हैं
टिप्पणियाँ